स्वैच्छिक सरलता द्वारा जोन कबत जिन्न
एक तीव्र इच्छा, जो कई बार उपजती है , वो यह है कि कैसे इस क्षण में कुछ ऐसा या कुछ वैसा डाल दें | सिर्फ एक और फ़ोन कॉल , चाहे यहाँ रुक जाएँ वहां जाते हुए| यह देखे बिना भी कि वो उलटी दिशा में है|
मैंने सीखा है इस तीव्र इच्छा की पहचान करना और उसपे विश्वास नहीं करना| | मैं पूरी कोशिश करता हूँ उस तीव्र इच्छा को ना कहने का| इससे होता है कि मैं नाश्ता करते वक़्त उस नाश्ते के बॉक्स पर लिखे प्रोडक्ट्स पढता रहता हूँ, सौवीं बार उस खाने के मिश्रण पढता हूँ, या कैसा लुभावना ऑफर उसके निर्माता ने दिया है | यह तीव्र इच्छा यह नहीं देखती कि वो किस चीज़ का भोग करती है , जब तक कि उसे भोग करने के लिए कुछ न कुछ मिलता रहे| समाचार पत्र की ओर लोग इसीलिए भागते हैं, या कोई catalogue या कुछ भी जो आस पास हो| वो बिलकुल सफाई करके समय को भर देती है, मेरे दिमाग के साथ मिल कर मुझे अचेतन कर देती है, मानो सुन्नेपन कि धुंध के मध्य पड़ा हूँ , शायद मेरे पेट को भर रही हो जबकी मैं शायद नाश्ते को नहीं खा रहा हूँ| वो मुझे औरों के साथ में होने से वंचित कर देती है, टेबल पे हो रही अच्छी बातों से वंचित कर देती है , कमरे मैं फैल रही सुगंध से वंचित कर देती है, प्रत्येक क्षण की शक्ति से वंचित कर देती है , जिसमे बहस या मतभेद भी शामिल हैं , उस वक़्त में, जब हम सवेरे एक साथ आते हैं , अपने अपने दैनिक कार्यों में जाने से पहले |
मुझे स्वैच्छिक सरलता का अभ्यास पसंद है , इस तीव्र इच्छा से निपटने के लिए ताकि जो पोषण है वो गहराई तक समा सके| उसमे शामिल है, जानबूझ कर एक समय में मे सिर्फ एक ही कार्य करने का प्रयास और यह प्रयास कि मैं उस कार्य में पूर्णतयः शामिल हो सकूं| बहुत से ऐसे अवसर सामने आते है जैसे कि उदाहरण स्वरुप पैदल चलना पूरे ध्यान के साथ, अपने कुत्ते के साथ ऐसा चलना जिसमे मैं पूरी तरह अपने कुत्ते के साथ हो सकूं|
स्वैछिक सरलता का अर्थ है , एक दिन में कम जगहों में जाना , ज्यादा जगहों के बजाय , कम देखना ताकि मैं ज्यादा देख सकूं, कम कार्य करूं ताकि मैं ज्यादा कर सकूं, कम संयोजन करूं ताकि मेरे पास ज्यादा आ सके| ये सारे आपस में मिल जाते हैं|
चूँकि मैं छोटे बच्चों का पिता हूँ, घर में कमाने वाला इंसान हूँ, एक पति हूँ, अपने माता पिता की वरिष्ट संतान हूँ, और वो व्यक्ति हूँ जो अपने नियत कार्य की कदर करता है, इसलिए ये मेरे लिए एक विकल्प भी नहीं है कि मैं किसी पेड़ के नीचे बैठ कर कुछ वर्षों तक तपस्या कर लूं , घास को उगते हुए सुन सकूं , मौसम के बदलने का अनुभव कर सकूं, हालाँकि यह इच्छा भी मेरे मन मैं कई बार आती है|पर अपने पारिवारिक जीवन एवं कार्य क्षेत्र की व्यवस्थित अव्यवस्था एवं जटिलता के मध्य में , जिसमे सभी आवश्यकताएं एवं जिम्मेवारियां शामिल हैं, कुंठाएं एवं अद्भुत उपहार भी शामिल हैं, एक पर्याप्त अवसर मिलता है जिसमे जीवन में छोटे छोटे रूप में सरलता का चयन कर सकें |
हर चीज़ को धीमी गति से करना, उसका ही एक हिस्सा है| अपने शरीर एवं मन को बताना कि मुझे मेरी बेटी के साथ समय बिताना है न कि किसी से फ़ोन से बात करना है जीवन को सरल बनाने के तरीके हैं | अपनी उस अंदरूनी आवाज़ को दबाना है जो कहती है कि किसी को “ अभी ही “ फ़ोन करने की आवश्यकता है, नई चीज़ों को खरीदने तीव्र इच्छा को न कहना, यहाँ तक कि टेलीविज़न, मैगज़ीन या फिल्मों की उतावली आवाज़ को दबाना , अपने जीवन को सरल बनाने के तरीके हैं| और भी तरीके हैं, जैसे एक शाम सिर्फ बैठ जाना और कुछ भी न करना, अथवा किसी किताब को पढना, अथवा सैर पर अकेले निकल जाना अथवा अपने पत्नी के साथ अथवा अपने बच्चे के साथ निकल जाना, अथवा लकड़ी के टुकड़ों को फिर से एक के ऊपर एक लगाना, अथवा चन्द्रमा को निहारना, अथवा किसी पेड़ के नीचे बैठ कर हवा के झोंकों को अपने चहरे से टकराते देखना अथवा समय से पहले सो जाना |
मैं प्रयास करता हूँ ना कहने का , ताकि मेरा जीवन सरल रह सके, पर मुझे लगता है शायद मैं पूरे तरीके से इसे कर नहीं पाता | ये अपने आप में एक बहुत ही कठिन अभ्यास है हालाँकि प्रयास का सही नतीजा मिल जाता है| पर यह पेचीदा भी है| जरूरतें एवं अवसर भी होते हैं जिन्हें प्रतिक्रिया की जरूरत होती है और हमें करनी भी चाहिए| सरलता की प्रतिबद्धता , इस जीवन के मध्य मे, एक संतुलन बनाने की एक कोमल प्रक्रिया है | और हमेशा इसे फिर से लय में लाने कि आवश्यकता है, हमारे ध्यान की आवश्यकता है , एक अनुसन्धान की आवश्यकता है| पर मैंने पाया है कि स्वैछिक सरलता की धारणा मुझे जीवन में, क्या आवश्यक है , के प्रति जागृत रखती है , और जागृत रखती है , मन , शरीर और दुनिया के बीच के सामंजस्य के परिस्थिति ज्ञान के प्रति, जिसमे सभी चीज़े आपस में जुडी हैं, और यह कि प्रत्येक चुनाव के दीर्घ कालीन परिणाम हैं| आप उन परिणामों को अपने बस मैं नहीं कर सकते| पर स्वैछिक सरलता को ,जब भी अवसर हो, चुनना , हमारे जीवन में एक गहरी स्वतंत्रता जोड़ देता है, जो शायद बहुत आसानी से हमसे छूट भी जाती है | साथ है वह इस बात की खोज के अवसर भी प्रदान करती हैं जहाँ कंम पाना , ज्यादा हासिल करने से भी महत्वपूर्ण है |
मनन के लिए बीज प्रश्न : आपके लिए स्वैच्छिक सरलता का क्या मायने है? क्या आप एक ऐसे समय की निजी कहानी साझा कर सकते हैं, जब आपने स्वैछिक सरलता को सूक्ष्म तरीकों से चुनाव किया? आपको सभी चीज़ों को धीमा कर देने में किस चीज़ से मदद मिलती है?