A Guide To Life's Turning Points

Author
Brian Browne-Walker
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Image of the Weekजीवन के टर्निंग पॉइंट की मार्गदर्शिका

प्रगति हमेशा छोटे कदमो से होती है - तेज़ी से नहीं| वही तक आगे बढ़ो जहा तक अनुमुती है| तटस्थ रहो और विपरीत परिस्थितियो के प्रति सहनशील बनो| जब संदेह में हो तब भी शांत और अचल रहो|

चीजों को उसके मूल रूप में स्वीकार करने से और दुसरे की स्थितिओ के साथ निरर्थक तुलना नहीं करने से ही कोइ व्यक्ति सर्जनात्मक शक्ति हासिल कर सकता है|

चाहे बाहरी नज़रिए से निराशा दिखाई दे, लेकिन अगर आप आपमें, दुसरो में और परिस्थितियो में अच्छाई देख सके तो सफलता ज़रूर मिल सकती है|

यह समय है सब चीजों में संतुलन बनाये रखने का| उत्साह का संतुलन आपको स्थिर बनाये रखने में मदद करता है|

निराशा का संतुलन आपकी समज पे निर्भर है|

प्राकृतिक सीमाओ का स्वीकार करो| जब जगह मिले तब संतुलन के साथ आगे बढ़ो|

जब दरवाज़ा बंध हो तब स्वेच्छा से शांति से रुक जाओ|

किसी संघर्ष में एकदम से न घुसे| शांति से खड़े रहिये और संतुलन बनाये रखिये| यह करना एक सच्चे और स्थायी संकल्प को सक्षम बनाता है|

सदमा और दहशत हमें डराता है| हमें यकीन हो जाता है की यह कुछ बुरा है| पर जब हम यह सीखते है की वो हमें कुछ सिखाने आया है तो हम उसके आभारी होते है|

बेचैन प्रयास हितो को निरर्थक बनाता है| बंध दरवाजे के सामने प्रयत्न करना मुर्खता है| शांति से संतुलन बनाये रखिए और चुनोतिया एवं आशीर्वाद दोनों का स्वीकार कीजिए|

परेशानिया तभी नजदीक आती है जब कोई संदेह और निराशा के खिलाफ कठोर है| मदद तभी मिलती है जब उसके आने की जगह मिलती है|

वह जो जिद और कठोरता को त्याग देता है उसे पछतावा कभी नहीं होता| आप अगर अभी नरम हो जाते हो तो आपको कोई नुकशान नहीं होगा|

महत्वाकांक्षा, चिंता और कार्यसूची को त्याग दो| जो ज़रूरी और सार्थक है वो भीतर की शांति से ही आता है|

सच्चा ह्रदय परिवर्तन तब ही होता है जब हम विपरीत परिस्थितियो की आवश्यकता का स्वीकार करे| शांति तब ही मिलती है जब हम अहंकार के प्रयासों को बंध कर दे|

बहार की स्थितिओ पे ध्यान मत दो| पर आपके खुद के विचार और कार्य पे ध्यान दो|

आत्म चिंतन और आत्म सुधार के माध्यम से ही असल समज मिलती है|

तब तक शांत रहे जब तक आपकी रचनात्मक शक्ति काम करना शुरू करती है| नम्रता हमेशा अहंकार की आक्रामकता से ज्यादा बड़ा इनाम देती है|

हरेक परिस्थितियो का समाधान उपलब्ध है| खुले, निर्दोष और शांत रहने से आप अपनी रचनात्मक शक्तियों को आपकी मदद करने की अनुमति देते हो| कम करो, ज्यादा नहीं|

ब्रायन ब्राउन वोकर - आई चेंज और बुक्स ऑफ़ चेंज: जीवन के टर्निंग पॉइंट की मार्गदर्शिका में से

आत्म निरिक्षण के लिए प्रश्न: कम करो, ज्यादा नहीं इसका आपके लिए मतलब क्या है? हरेक चीज़ में नरम और उदारवादी रहने को आप कैसे समजते हो? क्या आप एक ऐसा व्यक्तिगत अनुभव बता सकते है जिसमे उत्साह और निराशा दोनों में संयमित रहने की आवश्यकता पड़ी हो?


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