पौराणिक कथाओं का प्रभाव
- जोसफ कैम्पबैल (12 दिसंबर, 2012)
मोयार्स: पौराणिक कथाएँ क्यों? हमें पौराणिक कथाओं की तरफ ध्यान देना क्यों ज़रूरी है? उनका मेरी ज़िंदगी से क्या सबंध है?
कैम्पबैल: मेरा पहला जवाब होगा कि, "ठीक है, अपनी ज़िंदगी जीते रहो, ये अच्छी-खासी ज़िंदगी है--तुम्हें पौराणिक कथाओं की कोई ज़रुरत नहीं है।" मैं किसी भी विषय में सिर्फ इसलिए दिलचस्पी नहीं रखता, क्योंकि लोग उसे महत्त्वपूर्ण मानते हैं। मैं उस पर तब विश्वास करता हूँ जब वह मुझे किसी न किसी तरह कस कर लपेट लेती है। पर तुम शायद पाओगे कि अगर पौराणिक कथाओं को ढंग से प्रस्तुत किया जाए तो तुम भी उन्हें महत्त्वपूर्ण समझोगे । तो अगर ये कथाएँ तुम्हें जकड़ ही लें तो उनका तुम्हारे जीवन से क्या सम्बन्ध है?
आज हमारी एक समस्या ये है कि हम किसी आध्यात्मिक साहित्य को ठीक से नहीं समझते। हम केवल आज की ताज़ा ख़बर और हर घंटे होती सनसनी खेज में ही दिलचस्पी रखते हैं। किसी ज़माने में ऐसा होता था कि विश्वविद्यालय के परिसर में रहने वाले बाहर की दुनिया से बेख़बर रहते थे और दुनिया की ख़बरें विद्यार्थियों की अंदरूनी ज़िंदगी पर कोई असर नहीं डालती थीं, न ही उनका कोई टकराव था उस भव्य मानव विरासत से जो हमें प्लेटो, कंफूशस, बुद्ध, गर्था, जैसे दार्शनिकों से मिली है, जिन्होंने उन शाश्वत मूल्यों के बारे में' लिखा है जो हमारे जीवन को केंदित करते हैं। जब आपकी उम्र बढ़ जाती है, आपने अपनी आम ज़िम्मेवारियों को निभा लिया है, और अब आप आत्म ज्ञान पर ध्यान देना चाहते हैं, उस समय अगर आप को ये मालूम नहीं है कि वो कहाँ है या क्या है, तो आप बहुत मायूस होंगे।
किसी ज़माने में ग्रीक, लैटिन, और बाइबल संबंधी साहित्य सबकी शिक्षा का हिस्सा होते थे। पर जब इन्हें शिक्षा पद्धती से हटा दिया गया, तो हमने पाश्चात्य पौराणिक कथाओं की संपूर्ण जानकारी ही खो दी। एक समय था कि ये कहानियां लोगों के दिलोदिमाग में बसती थीं। जब कोई कहानी आपके दिमाग में घर कर जाए, तो आप, ज़िंदगी के किसी भी अनुभव से उसका सम्बन्ध देख पाएँगे। वो कहानी आपके आज हो रहे अनुभव को समझने में मदद करेगी। उन कथाओं के अभाव में, हमने वास्तव में बहुत कुछ खो दिया है, क्योंकि हमारे पास कोई ऐसा साहित्य नहीं है जो उन कथाओं की जगह ले सकता है। इस पौराणिक जानकारी के अंशों का सम्बन्ध उन विषयों से है जिन्होंने पिछले हजारों वर्षों में मानव जीवन को आधार दिया, विभिन्न सभ्यताओं को जन्म दिया, और अलग-2 धर्मों को प्रेरित किया; जिन्होंने आंतरिक गहन समस्याओं, रहस्यों, और मानव मार्ग की दहलीज पर प्रकाश डाला, और अगर हमें इस रास्ते पर आने वाले मार्ग-संकेतों का ज्ञान नहीं है तो हमें अपना रास्ता खुद ही ढूँढना पड़ेगा। लेकिन अगर एक बार यह विषय आप पर असर कर जाए तो उनमें से किसी न किसी परंपरा से ऐसा गहरा, सम्पूर्ण और जान डाल देने वाला अनुभव होता है, जो आप कभी खोना नहीं चाहेंगे।
SEED QUESTIONS FOR REFLECTION: What do you understand by the literature of the spirit? Can you share a story that reveals the Power of Myth in your life? How does mythology help you deepen your inner journey?
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