Sharing Someone Else's Wound

Author
Ariel Burger
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Image of the Week“किसी और के घाव को अपने साथ साझा करना” *एरियल बर्गर के द्वारा

मेरा बेटा एक यात्रा पर था, इज़राइल में एक सेमेस्टर लंबा कार्यक्रम, और फिर वे 10 दिनों के लिए पोलैंड गए। इस कार्यक्रम में, उसने एक अच्छा दोस्त बनाया, एक नया दोस्त, जिसका नाम मेसन था। और जब वे पोलैंड पहुँचे, तो वे विश्वयुद्ध से पहले के यहूदी जीवन के कुछ केंद्रों का दौरा कर रहे थे, और वे शिविरों में भी जा रहे थे। और उनकी पोलैंड यात्रा के तीसरे या चौथे दिन, मेसन कार्यक्रम के एक संचालक के साथ दिन भर के लिए गायब हो गया।

वापस लौटने पर, उसने मेरे बेटे को एक कहानी सुनाई। उसने कहा, “मेरे दादा-दादी जीवित बचे थे। पोलैंड देश के ऑशविट्ज़ में निर्वासन से तीन सप्ताह पहले उनकी शादी हुई थी। और ऑशविट्ज़ में वे अलग हो गए थे, और मेरे दादा हर शाम शिविरों के पुरुषों और महिलाओं के पक्षों को अलग करने वाली तार वाली सीमा के पास जाते थे , ताकि अगर संभव हो तो मेरी दादी के लिए रोटी का एक टुकड़ा या एक अतिरिक्त आलू ला सके, या यहाँ तक कि बस उसे देख सके उसके लिए भी।

उन्होंने कहा, "बाद मे मेरी दादी को ऑशविट्ज़ के बाहरी इलाके में एक खरगोश फार्म में स्थानांतरित किया गया।" नाज़ी खरगोशों पर प्रयोग कर रहे थे जो टाइफस के इलाज की खोज से संबंधित थे। "और खरगोश फार्म एक पोलिश व्यक्ति द्वारा चलाया जाता था, जिसने बहुत पहले ही देखा था कि खरगोशों को यहूदी गुलाम मजदूरों की तुलना में बेहतर गुणवत्ता वाला भोजन और ध्यान और देखभाल मिल रही थी। इसलिए उसने यहूदी गुलाम मजदूरों और कैदियों के लिए भोजन छिपा कर उनके पास भेजना शुरू कर दिया।

और उसके बाद मेरी दादी का हाथ दीवार पर लगे लोहे के तार से कट गया और वह जख्म में इन्फेक्शन आ गया| अगर किसीको एंटी बायोटिक उपलब्ध हो तो यह कोई बड़ा इन्फेक्शन नहीं माना जायगा | पर उस समय काल में , उस जगह में अगर आप येहुदी समुदाय के थे , तो आपको एंटीबायोटिक मिलना असंभव था | तो फिर , उस पोलैंड के व्यक्ति जो उस खरगोश के फार्म का रखवाला था , ने क्या किया ? उसने अपने हाथ पर भी जख्म कर लिया , और उसने अपने कटे हुए जख्म को मेरी दादी के जख्म पर रख दिया ताकि वह भी दादी के इन्फेक्शन से खुद इन्फेक्टेड हो सके और वह इन्फेक्टेड हो भी गया | और उसने वहाँ के नाज़ी कमांडर से कहा “ मैं तुम्हारा सबसे अच्छा कार्य प्रबंधक हूँ| यहाँ का खरगोश फार्म काफी उत्पादक है | अगरह इस इन्फेक्शन से मेरी मृत्यु हो गयी तो आपको उत्पादन का बहुत नुक्सान हो जायेगा| मुझे इन्फेक्शन की दावा चाहिये “ | उन्होंने उसे दवाई दे दी और उसने वह दवा खुद भी ले ली एवं मेरी दादी को भी दे दी | और उसने मेरी दादी की जान बचा दी |

फिर मेसन ने मेरे बेटे से पूछा “ तुम्हे पता है , जब मैं एक दिन पहले तुम्हे बिना बताये कहीं चला गया था , तो कहाँ गया था ? में इसी पोलैंड के निवासी के पास गया था | वो अभी जीवित है और वो वॉरसॉ ( पोलैंड का एक शहर) के करीब में रहता है | और मैं उसे कहने गया था कि मेरे जीवन के लिए धन्यवाद् | मेरे जीवन के लिए धन्यवाद |

तो मेरे बेटे ने मुझे इस साल यह कहानी सुनाई, और यह बहुत सारे सवाल उठाती है, कि ऐसा व्यक्ति बनने के लिए क्या करना पड़ सकता है जो किसी ऐसे कमज़ोर व्यक्ति के घाव को साझा कर सकता हो , जिस व्यक्ति की कीमत एक खरगोश से भी कम आंके जाने का दबाव हो ? उस सारे दबाव के खिलाफ़ आगे बढ़ने, और सही एवं उस समय अनुरूप उचित काम करने के लिए, वह भी पूरे साहस और नैतिक स्पष्टता के साथ, साथ ही उस कमज़ोर व्यक्ति को एक इंसान के रूप में देखने के लिए, क्या करना पड़ सकता है अथवा कैसा अस्तित्व रखना पड़ सकता है ? और यह भी जब आपके आस-पास की हर चीज़ आपको ऐसा न करने के लिए कह रही हो?

चिंतन के लिए बीज प्रश्न: किसी कमज़ोर व्यक्ति के घाव को साहस और नैतिक स्पष्टता के साथ साझा कर पाने की शक्ति की धारणा से आप कैसा सम्बन्ध रखते हैं? क्या आप किसी ऐसे समय की व्यक्तिगत कहानी साझा कर सकते हैं जब आपने अपने से किसी कमज़ोर व्यक्ति की स्थिति सुधारने के लिए खुद को चोट पहुंचाई हो, या आपसे ज्यादा सक्षम व्यक्ति ने आपकी स्थिति सुधारने के लिए खुद को चोट पहुंचाई हो? आपको अपने मन में चल रहे अंदरूनी दबाव के खिलाफ लड़ने और दूसरे व्यक्ति को एक इंसान के रूप में देखने में क्या मदद करता है , विशेषकर - जब आपके आस-पास की हर चीज आपको ऐसा न करने के लिए कह रही हो ?
 

Ariel Buger is an author and founder of The Witness Institute. Excerpted from here.


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