शांत वातावरण के प्रकार , द्वारा केंट नेरबर्न
आज सवेरे का शांत वातावरण अद्भुत है| ये अपशकुन भी नहीं है, और ऐसा नहीं प्रतीत होता की कुछ इंतज़ार में है| ये एक सौम्य शांति है, द्रवित एवं हलके रंग की, मानो अचल तालाब में एक झिलमिलाहट |
बहुत अच्छा होता है हमारे दैनिक जीवन को घेरने वाले शांत वातावरण को सुनना |जिस प्रकार संगीत को जागृत उसको घेरे हुए शांत सुर करते हैं, हमारा दिन भी हमारे कृतियों में लिपटी हुई शांति से ही जागृत होता है|और पौ फटने का समय ही वो समय है जब शांत वातावरण अपने सबसे स्पष्ट रूप में नज़र आता है|
मैं एक बार ऐसे व्यक्ति से मिला जो कनाडा के प्रेरी (prairies) वाले इलाके में बड़ा हुआ था| हम उससे बातें करने लगे, वहां की खुली जगहों के बारे में ,और उन कैसे उन खुली जगहों ने उसकी आत्मा को आकार दिया है| उसने कहा “ जब हवा रूक जाती है, तो उस वक़्त इतनी जोर से ध्वनि होतो है कि सब रुक कर सुनने लग जाते है |
इस विचार ने मुझे अच्चम्भित किया | किसी ध्वनि का अंत इतनी जोर से आवाज़ के साथ कैसे हो सकता है ?
पर मैंने जब कनाडा की प्रेरी ( Prairies) की यात्रा की तब मुझे उसकी बात समझ आने लगी| जो व्यक्ति उन विशाल प्रेरी ( Prairies) में रहते हैं, जो ध्वनि उन्हें निरंतर सुनायी पड़ती है, और उनके जीवन के अन्दर लिप्त संगीत है , वो वहां बहती हवा की , निरंतर तेज रफ़्तार से, चीखती आवाज़ है | उनके लिए यह कोई ध्वनि ही नहीं है| जब वो ध्वनि हट जाती है, तो वो शांति एक दूसरा प्रकार ले लेती है, सब कोई इसके प्रति जागृत हैं, और सब रुक के उसे सुनते हैं|
हमें जरूरत है कि हमारे जीवन में उपस्थित विभिन्न शंतियों पे ध्यान दें| एक खाली कमरा एक दूसरी प्रकार की शांति लिए होता है , एक ऐसे कमरे की तुलना में जहाँ कोई छुपा होता है| एक खुशनुमा परिवार के घर की शांति कम अँधेरा लिए गूंजती है, एक ऐसे घर की शांति की तुलना में जिसमे क्रोध का वास है| सर्दियों की सुबह की शांति ज्यादा तेज होतो है, गर्मियों की सुबह की तुलना में| एक पर्वतीय घाटी की शांति ज्यादा विस्तृत होती है , एक जंगल की घाटी की तुलना में |
ये कोरी कल्पनाएँ नहीं हैं, ये हमारे इन्द्रियों के सूक्ष्म विवेकपूर्ण परिच्छेद हैं| यद्यपि इन सभी परिस्थितियों में ध्वनि का अभाव है, पर प्रत्येक शांत वातावारण का अपना एक गुण/स्वभाव होता है|
कोई भी ध्यान प्रक्रिया हमारे मन को इतना स्पष्ट नहीं करती जितना कि हमारे इर्द गिर्द के शांत वातावरण के प्रकार को सुनना है| वो स्थिति केन्द्रित होती है उस बारीक रेखा पे जो वस्तुतः है, और वस्तुतः नहीं है, के बीच में है| वो हमारे ह्रदय को अदृश्य के प्रति खोल देती है, और हमें इस चीज़ की याद दिलाती है कि ये विश्व, उन घटनाओं से कहीं बड़ा है, जिन से हमारा जीवन भरा हुआ होता है|
आज सुबह के शांत वातावरण में आती है एक चिड़िया की पहली चहचाहट | मैं ध्यान से सुनता हूँ| वो उस शांत वातावारण को ऐसे चीरती है, जैसे एक इन्द्रधनुष पौ फटने के मध्य से निकलता है|
मनन के लिए मूल प्रश्न : शांत वातावरण के् प्रकार को सुनना आपके लिए क्या नये आयाम खोलता है ? क्या आप उस समय कि एक निजी कहानी साझा कर सकते हैं जब आप विभिन्न तरीके के शांत वातावरण के प्रति जागृत हुए हों? आपको विभिन्न प्रकार के शांत वातावरण को गहराई से सुनने में किस चीज़ से मदद मिलती है?