अपने ह्रदय की सच्चाई में रहना ही जीवन का सार है द्वारा केर्री लेक
आप जानते हैं लोग कैसे विलाप करते हुए कहते हैं “ वास्तविकता में जाने का समय आ गया है” अथवा “ वास्तविक दुनिया में ऐसे नहीं होता है “ ? ये वास्तविक दुनिया क्या है? ये किसने सुझाव दिया कि ये कड़ी मशक्कत , मायूसी, और विभिन्न प्रकार की गुलामी या दासता की झलक ही वास्तविक हैं?
मायूसी सारभूत होती है हमारे जीवन गुजारा करने के सम्बन्ध से| मानवता अपने आपको ही यह समाचार भरती रहती है कि जीवन में गुजारा कर पाना कठिन है, जीवन में गुजारा करना अच्छा है , सबसे काबिल का ही गुजारा है और यह ही उत्तम है | अगर हमारे जीवन का केंद्र बिंदु सिर्फ गुजारा करना है तो हमें सभी चीज़ें एक प्रतियोगी संघर्ष नज़र आएँगी |
जीवन खुद गुजारा करने की कोशिश नहीं कर रहा है| जीवन ही जीवन को उत्पन्न करता है | जीवन अपने आपका ही उत्सव मनाता है , प्रत्येक सूक्ष्मता में और प्रत्येक दबाव में| जीवन का प्रत्येक पहलू खुला एवं लचीला रहता है , एवं अपने आपको उपलब्ध रखता है, उसके लिए, जो उसकी स्थिरता एवं नित्यता बरकरार रखने के लिए आवश्यक हो सकता है| उस वातावरण में , जहाँ आवश्यकताओं की पूर्ती का अभाव भी दीखता है. वहाँ भी जीवन , कैसे न कैसे , कोई रास्ता खोज लेता है|
एक इंसान होने के नाते , आपके पास एक तीव्र गति से चलने वाला कंप्यूटर है जिसे हम मन-बुद्धि के बाम से बुलाते हैं , ( जिसे मैंने प्यार से thinky town का उपनाम भी दिया है) और उसके वजह से हमारे पास प्रत्येक क्षण में विकल्प है कि अपने पास के जीवन को गुजारने के रूप में देखें अथवा जीवन को जीने के रूप में देखें| आप दोनों में सही होंगे | आपको दोनों ही मिल भी जायेंगे |
कुछ के लिए , सही होना ही सब कुछ है | यह उनका पूरा जीवन है| उन्हें पता ही नहीं चलता कि वे कौन हैं बिना अपने सही होने के लिए के संघुर्ष किये| चलिए हम उन्हें सही ही होने देते हैं और उनसे पूछते हैं “ मुझे सच्चाई दिखाएँ “|
सच्चाई ह्रदय का क्षेत्र है| आपको सिर्फ एक सही सच्चाई या एक गलत सच्चाई नहीं मिलेगी जिसे की ह्रदय ने अलग अलग किया हो , आपको निरंतर छेड़ते हुए , एक के बाद एक, न सुलझने वाली पहेली , आपको दिखाते हुए , और उसे “वास्तविक दुनिया बताते हुए|
सच्चाई एक एहसास है | वह आपको मधुर गीत सुनाता है द्वन्द के अभाव के रूप में, एक ऐसे हल्केपन के रूप में जिसे कोई सुरक्षा की अवश्यकते नहीं है और जो खुद से आक्रामक नहीं होता | सच्चाई के साथ अपने स्वागत का सम्बन्ध करना , एक ऐसी आत्मीयता से सम्बन्ध का स्वागत करना है , जिससे आप छुप नहीं सकते| पर हम जब ऐसे जीवन से निकल के आ रहे होते हैं जिसमे गुजारा करने को प्राथमिकता दी गयी है , तो किसी भी चीज़ के साथ आत्मीयता ऐसे लगती है जैसे हमारे पीछे कोई निशानेबाज शिकारी लगा हो|
आप जितना आगे जाते हैं, आप उतना कम छुपना चाहते हैं| सच्चाई जो ह्रदय द्वारा प्रस्तावित हो , उसके पास ऐसा रास्ता है जो गुजारा करने को बिलकुल अन्दर से बाहर पलट सकती है| ह्रदय कहता है “ मैं तुम्हे देखता हूँ और मेरे पास देने के लिए कोई द्वन्द नहीं है “| उस प्रकाश में .गुजारा करना बहुत ही जल्द , जीवन के प्रति एक बहुत ही बेकार नजरिया नज़र आने लग जाता है | ह्रदय के हल्केपन में , गुजारा करने की घटिया आवश्यकताएं और उलझे हुए “हाँ , पर “ , एक दुसरे पर उछलते हैं , बिलकुल Moe एवं Curly , की कॉमेडी फिल्म की तरह|
यह ही जीवन का सार है | हमारे अस्तित्व का हल्कापन | गुजारा करने के मानसिक प्रवृति को पता नहीं होता की हल्कापन कहाँ खोजें| हमारे मन -बुद्धि अगर कोशिश भी करें तो उस स्थिति पर रह नहीं पाएंगे | पर हमारे ह्रदय को अपना संगीत की जानकारी है|
हमारे अस्तित्व के हल्केपन में हर चीज़ के लिए जगह है | कुछ भी उससे बाहर नहीं है , यहाँ तक की उलझी हुई , परते जमीं हुई आवश्यकताएं, जो अचानक हमारे मश्तिष्क में आ जाती हैं, जो अब तक धूल खा रहीं थीं, एक अलमारी में रखी हुईं, जिन्हें वहाँ अनेक दशकों पहले किसीने रख दी थी और जो मानसिक आपदा की तरह अनुभव की जाती थी जब हमारे पास उस से निपटने के लिए साधन नहीं थे | गुजारा करना एक तरह से हमारी अलमारी में ऐसे कम कीमत वाले गहने रखने समान है , हर गहने की बहुत प्रकार की कहानियां होतो है , पर जब वो ह्रदय द्वारा बताई जाती हैं , तो एक तरह का मजाक में ही ख़त्म होती हैं||
कहानियों का मजा लें| उनके विवेरण से प्रेम करें| जीवन का सार उन्ही क्षणों में आपको ढूंढ लेता है , जब आप गुजारा करने से छुट्टी ले लेते हैं| और जब भी आप उस आत्मीयता में खुल जाते हैं, जो आपके ह्रदय की सच्चाई है , तब आपका ह्रदय आपको ,न मिटने वाले प्रेम , से दिशा दिखायेगा
मनन के लिए बीज प्रश्न: आप इस धारणा से कैसा नाता रखते हैं की सच्चाई तो ह्रदय का क्षेत्र है? क्या आप उस समय की एक कहानी साझा कर सकता हैं जब आपको सच्चाई का एहसास हुआ हो , द्वन्द के अभाव के रूप में, एक हल्केपन के रूप में जिसे कोई सुरक्षा कि आवश्यकता नहीं थी और जब ना हीं कोई आक्रमण प्रस्तावित था? आपको सच्चाई के साथ सम्बन्ध का स्वागत करने में किस चीज़ से मदद मिलती है ?