No Rush, No Dawdle: The Secret Of Proper Timing


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ना जल्दी, ना हौले : उचित समय का रहस्य
- टॉम मैक्सवेल (३१ अक्टूबर, २०१८)

वर्तमान ही वो एकमात्र स्थान है जहाँ हम वास्तव में मौजूद हैं। जिसे हम अतीत कहते हैं वह स्मृति का आत्मगत विचार (construct) है, जिसकी यादें एक वर्तमान अनुभव बनाती हैं। लेखक एलन वाट्स के अनुसार, भविष्य भी इसी तरह एक आत्मगत विचार (construct) की तरह है, "और वो तब तक वास्तविक अनुभव का हिस्सा नहीं बन सकता, जब तक वह वर्तमान नहीं बन जाता।” [...]

तो, भविष्य में खुशी को जानने के लिए हमें अभी खुश होना ज़रूरी है। अपने जीवन की खुशी को हमेशा स्थगित करते रहना हमेशा क्रिसमस की पिछली शाम में रहते रहने की तरह है, जहां आपके आस-पास कई उपहार सुरक्षित रूप से लपेटे ही रह जाते हैं।

इसके अलावा, इस पल में भाग लेना - पूरी तरह से जागरूक होना, अनुभव के साथ पूरी तरह से जुड़े होना है, और अनुभव लेने वाला होने की अलग करने वाली पहचान से मुक्त होना है।

[वाट्स:] "संगीत को समझने के लिए, आपको उसे सुनना ज़रूरी है।" लेकिन जब तक आप सोच रहे हैं, 'मैं इस संगीत को सुन रहा हूं,' आप उसे सुन नहीं रहे। ख़ुशी या डर को समझने के लिए, आपका पूरी तरह से, अविभाजित तरीके से उसके बारे में अवगत होना ज़रूरी है। जब तक आप उसे नाम दे रहे हैं, ‘मैं खुश हूँ,’ या ‘मैं डर रहा हूँ,’ 'आप उसके बारे में जागरूक नहीं हैं।’

न ही केवल आप उसके बारे में जागरुक नहीं होते, बल्कि आप उस "मैं" को जन्म देते हैं जो डरता है, और इस प्रकार, इस अलगाव के कारण, डर के निरंतर खतरे की गारंटी देते हैं।

वॉट्स लिखते हैं, "यह स्व-सुधार के लिए कोई मनोवैज्ञानिक या आध्यात्मिक अनुशासन नहीं है।" "यह केवल इस वर्तमान अनुभव से अवगत होना है, और यह महसूस करना है कि आप न इसे परिभाषित कर सकते हैं और न ही स्वयं को उससे अलग कर सकते हैं। 'देखो!' इसके अलावा कोई नियम नहीं है।

पश्चिमी समाज और संस्कृति ने शताब्दियों से साकार करना दूर, सोच की इस क्रांति को समझना भी बहुत मुश्किल बना दिया है। हम कठोर भौतिकवादी हैं, पूरी तरह से पहचान के सामने झुकने वाले और मनबहलाव के आदी। हम दर्द से भागते हैं और सुरक्षा की लालसा रखते हैं, और ऐसा करना हमें दर्दनाक, असुरक्षित जीवन ही देता है।आने वाले अपरिचित से बचना नहीं, बल्कि उसे गले लगाना ज़रूरी है। हमारा लचीलापन, हमारी अनुकूलता, हमारे इस पल के प्रति लगातार संवेदनशील होने, और इसे एक नया, अद्वितीय अनुभव मानने पर निर्भर है। हम अनंत वर्तमानों की श्रृंखलाओं में रहते हैं, जो हमेशा ख़त्म होते रहते हैं, और हमेशा पुनर्जन्म लेते रहते हैं। इस वास्तविकता में डूब जाना, परिवर्तित हो जाना है, क्योंकि यही वो जगह है जहाँ अनंतता मौज़ूद है।

वाट्स हमें बताते हैं, "किसी भी कला की पूर्ण उपलब्धि के लिए, "आपको अनंतता की यह भावना अपनी हड्डियों में महसूस होनी चाहिए - क्योंकि यह उचित समय का रहस्य है। जल्दी नहीं। हौले नहीं। बस घटनाओं के प्रवाह के साथ बहने की वैसी अनुभूति जो संगीत के साथ नाचने से आती है, ना उससे तेज़ भागने, न उसके पीछे रह जाने की कोशिश। जल्दी करना और देर करना, दोनों ही वर्तमान से संघर्ष करने की कोशिश करने के समान तरीके हैं।"

प्रतिबिंब के लिए बीज प्रश्न: अपने अनुभव के साथ पूरी तरह से जुड़ जाने से आप क्या समझते हैं? क्या आप कोई व्यक्तिगत अनुभव बाँट सकते हैं जहाँ आपने अनंत वर्तमान को अपनी हड्डियों में महसूस किया हो? आप को वर्तमान का विरोध करने से बचने में किस चीज़ से मदद मिलती है?

टॉम मैक्सवेल एक लेखक और संगीतकार हैं। उन्हें यह अच्छा लगता है कि कैसे इनमें से एक, दूसरे को प्रेरित करता है। इस लेख से उद्धरण: https://longreads.com/2018/02/08/alan-watts-and-the-eternal-present/
 

Tom Maxwell is a writer and musician. He likes how one informs the other. Excerpt from article.


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