Who Do We Choose To Be?


Image of the Weekहम किसके जैसा बनना पसंद करते हैं?
: मार्गरेट व्हिटली द्वारा

बलवान हमेशा अपनी प्रतिष्ठा की रक्षा करते हैं क्योंकि ये उनकी शक्ति और सुविधा के साधन हैं। कोई भी बदलाव जो दूसरों को लाभ पहुँचा सकता है उनके पद को नष्ट कर सकता है। और वे सिर्फ अपने पद को बचाए रखने की परवाह करते हैं।

एक आजीवन कार्यकर्ता के रूप में बड़े प्रणालियों के नेतृत्व को बदलने के लिए ध्यान केंद्रित रखा, अभी भी उन बड़ी प्रणालियों में सलाहकार , परामर्शदाता या मित्र के रूप में हूँ। पर मुझे कई वर्ष पहले अहसास हो गया कि बड़े पैमाने पर परिवर्तन संभव नहीं था। नेता नियंत्रण करने के लिए लालायित हो रहे थे, संकटों पर प्रणालीगत सोचने के बजाय अतिप्रतिक्रियावादी हो रहे थे, लोगों को मनुष्यों के बजाय 'इकाइयों' के रूप में पेश करते थे। फिर मैंने उन असाधारण नेताओं से भी मुलाकात की और उनके साथ काम किया जो विवेक के द्वीप बना रहे थे ,जहाँ अब भी अच्छे काम किये जा रहे थे और जहाँ लोगों ने अराजक परिस्थितियों, भयंकर विपक्ष, दिल दहलाने वाली हार, समर्थन का अभाव, अलगाव, अकेलापन और बदनामी के बीच स्वस्थ संबंधों का आनंद लिया। मैं उनके साथ उन परिस्थितियों में रही हूं जिसमें अधिकांश अन्य नेताओं ने हार मान ली और चले गए , वे फिर भी आगे बढ़ते रहे।

कई वर्ष पूर्व, अपरिवर्तनीय वैश्विक समस्याओं और नेतृत्व के हस्तांतरण के संघर्ष में, मैंने अपने साथ मिले हरेक नेता को इन सवालों के साथ चुनौती देना शुरू किया: इस बार आप किसके जैसा बनना पसंद करेंगे ? क्या आप अपनी समस्त शक्ति और प्रभाव का उपयोग करके विवेक के द्वीप बनाने के इच्छुक हैं जो की सर्वोत्तम मानवीय गुणों को उत्पन्न करने, विकसित करने और दृढ़ रहने पर भरोसा करते हैं।

अब मैं ये सब आप से पूछती हूं।

विचार के लिए मूल प्रश्न: आप इस धारणा को कैसे समझते हैं कि - बड़े पैमाने पर परिवर्तन संभव नही है? क्या आप असाधारण नेतृत्व की कोई व्यक्तिगत कहानी साझा कर सकते हैं जिसने विवेक के द्वीप को बनाने में मदद की? आपको अपने विवेक के द्वीप को बनाने में क्या मदद करता है?
 

Excerpted from Margaret Wheatley's book Who do we choose to be?


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