Force Of Love Is The Force Of Total Revolution

Author
Vimala Thakar
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Image of the Weekप्रेम का बल पूर्ण क्रांति का बल है
विमला ठाकर

अगर हम लोगों को जीवित रहना है तो हमें हमारे दिलों में सभी जीवों के प्रति कोमल प्रेम-पूर्ण चिंता जगानी होगी। और हमारा जीवन सही मायनो में तभी धन्य होगा जब एक व्यक्ति का दुःख सभी को महसुस होगा। प्रेम का बल पूर्ण क्रांति का बल है। प्रेम का बल ऐसा अज्ञात बल है जिसकी परिवर्तन लाने की क्षमता का उपयोग नहीं किया गया है।

हम अपने सामुहिक जीवन में प्रेम से बहुत दूर और विनाश और भुखमरी के बहुत करीब पहुँच गए हैं। अब शायद हमें यह विवेक प्राप्त हुआ है के प्रेम हम मनुष्यों के लिए उतना ही आवश्यक है जितना के हवा जिसमे हम सांस लेते हैं, पानी जो हम पीते हैं और भोजन जो हम खाते हैं। प्रेम जीवन का सौंदर्य, नाजुक रहस्य और आत्मा है, दीप्तिमान, अदूषित पवित्रता जो सहज आनंद लाता है, परमानंद के गीत, कविताएं, चित्र, नृत्य, नाटक, जो अस्तित्व के आनंद को उत्सव की तरह मानते हैं। क्या हम प्रेम को बाज़ारों में, घरों में, स्कूलों में, व्यापार के स्थानों में लाकर उनमें पूर्ण परिवर्तन ला सकते हैं ? आप इसे एक आदर्शवादी काम मान सकते हैं, पर केवल यही काम महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा और यह हमारे प्रयत्न योग्य है।

करुणा पूर्णता की स्वाभाविक अभिव्यक्ति है। वह गरीबों की मदद और वंचितों के प्रति दयाभाव रखने का सोच कर लिया गया निर्णय नहीं है। करुणा में प्रचण्ड शक्ति होती है जो हमें सहजता से, बिना किसी चुनाव के सार्थक कर्म करने को प्रेरित करती है। करुणा के पास बुध्धि और रचनात्मकता का बल और प्रेम की शक्ति होती है। [...]

वह व्यापक प्रज्ञा जो संपूर्ण ब्रह्मांड में व्यवस्था स्थापित करती है हमें भी उपलब्ध है। जीवन का सौंदर्य और आश्चर्य यह है की हम में भी वही रचनात्मकता, बुद्धिमत्ता और असीम सामर्थ्य है जो ब्रह्माण्ड में है। अगर ब्रह्माण्ड व्यापक और रहस्यमय है तो हम भी व्यापक और रहस्यमय हैं। अगर ब्रह्माण्ड के पास असीम रचनात्मक ऊर्जा है तो हमारे पास भी असीम रचनात्मा ऊर्जा है। अगर ब्रह्माण्ड के पास घाव भरने की शाक्ति है तो हमारे पास भी है। यह एहसास होना के हम केवल शारीरिक जिव नहीं और पृथ्वी केवल एक भौतिक ग्रह नहीं है, बल्के हम पूर्ण जीव हैं, अपने आप में एक छोटे ब्रह्माण्ड की तरह, जो जीवन के हर रूप से अन्तरंग और गहन रूप से जुड़ा हुआ है, हमारी अपने आप के प्रति, हमारे वातावरण के प्रति और हमारी सामाजिक समस्याओं के प्रति हमारी समझ में मौलिक प्ररिवर्तन लाये गा। कुछ भी पूर्णता से अलग नहीं किया जा सकता।

हर मनुष्य में छुपा हुआ सामर्थ्य है। हम केवल हाड-मांस या केवल संग्रहित विचारों का मिश्रण नहीं हैं। अगर ऐसा होता तो इस ग्रह पर हमारा भविष्य उज्वल नहीं होता। पर जीवन इससे कहीं ज़्यादा है अनंत गुना ज़्यादा, और हर वह जोशीला मनुष्य जो इस टूटी हुई सतह के पार पूर्णता के रहस्य को खोजने का प्रयत्न करेगा वह पूरी मनुष्य जाती को एक पूर्ण मनुष्य की समझ प्रदान करेगा। क्रांति, पूर्ण क्रांति का तात्पर्य हैं असमभावित्ता के साथ प्रयोग करना। और जब कोई व्यक्ति इस नयी दिशा में, असंभव की दिशा में एक कदम उठता है तब पूरी मानव जाती इस व्यक्ति के माध्यम से आगे बढ़ती है।

चिंतन के लिए बीज प्रश्न
आप लेखक के विचार, ' प्रेम का बल पूर्ण क्रांति का बल है ' से कैसे जुड़ते हैं?
क्या आप एक निजी अनुभव बांट सकते हैं जब आप ने महसुस किया हो के आप पूर्ण जिव हैं जो समस्त जीवन से अन्तरंग और गहन रूप से जुड़ा हुआ है?
असंभव से प्रयोग करने में आप को क्या मदद करता है?

विमला ठाकर भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता और आध्यात्मिक शिक्षक थीं।
 

Vimala Thakar was a social activist and spiritual teacher from India.


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