The Grandest Vision For Humanity

Author
Riva Melissa Taz
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Image of the Weekमानवजाति के लिए भव्यतम परिकल्पना
रीवा मेलिस्सा तेज़

ब्रह्माण्ड जटिल और सुन्दर है।

मानवजाति, जीवन और मृत्यु की कहानी सुनते समय हम लोग हमसे पहले होगए और हमारे बाद होने वाले लोगों के जीवन की जटिलताओं के वर्णन और सनातन अस्तित्व के सिलसिले में हमारी व्यापक महत्वहीनता को कभी नहीं समझ पाएंगे। ब्रह्माण्ड न जानता है और ना ही कभी जान पाएगा के हम असल में हैं कौन। हम अंतरिक्ष-समय के इस विशाल विस्तार में कई बिंदुओं में से एक नन्हा सा बिंदु हैं। अंतरिक्ष-समय का विशाल विस्तार जिसकी हमें रक्षा करनी है। पर क्यों करनी है रक्षा ? हम में से कितने लोग ब्रह्माण्ड में मानवजाति के ध्येय के बारे में सोचते हैं ? वह क्या है ?

कभी कभी मैं मानवजाति की तुलना जॉर्ज सुरात द्वारा बनाए गए एक चित्र से करती हूँ। सुरात अपने चित्रों में पॉइण्टिलिस्म ( pointillism ) का उपयोग करते हैं, जो की एक कलात्मक तकनीक है जिसमें कैनवास पर हज़ारों सुक्ष्म-बिंदु ( mircrodots ) बनाये जाते हैं, विभिन्न रंगों में बने ये बिंदु एक-दूसरे को निखारते और उभारते हैं। नज़दीक से ये बिंदु ऊटपटांग या एकदम गलत लगते हैं - नीले बिंदु के बगल में पीला बिंदु - जो दूर से सफ़ेद लगता हैं। दूर से देखने पर ये छोटे छोटे बिंदु एक पेचीदा दृश्य खड़ा करते हैं। ब्रह्माण्ड में भी सब कुछ ऐसा ही है। हर जीवन, विचार, प्रेम अपने आप में एक नन्हा बिंदु है जो अपने पडोसी बिंदुओं को निखारता और उभारता है, पर दूर से ये सभी बिंदु आपस में मिलकर एक बड़ा चित्र, एक बड़ा ध्येय बनाते हैं।

तो यह पूर्ण चित्र कितना बड़ा है ? ये काफी बड़ा है। ज्ञात ब्रह्माण्ड का व्यास 900 अरब प्रकाश वर्ष है, एक प्रकाश वर्ष 5.87 खरब मील लम्बा होता है। इस ब्रह्माण्ड का पूर्ण व्याप हमारी समझ से परे है। ये बहुत पुराना भी है। 13.75 अरब वर्ष पुराना। हमारे मनुष्य जैसे पूर्वज इस ब्रह्माण्ड में , इस ग्रह पर केवल 60 लाख वर्ष पहले ही आये हैं। जो की इस महान ब्रह्माण्ड की समय रेखा में एक क्षण मात्र है। हम कितने भाग्यशाली हैं, अभी, इस क्षण हमारे पास इस ग्रह पर ऐसा बदलाव लाने का अवसर और साधन हैं जो हमारा प्रतिनिधित्व करेगा।

हम बहुत दूर आ गए हैं, और हम अभी बहुत दूर जा भी सकते हैं। हम इस ब्रह्माण्ड के उत्तराधिकारी बन सकते हैं, इसे अपना बना सकते हैं, अपनी जागीर बनाने के लिए नहीं, पर इसकी रक्षा करने के लिए। सार्वभौमिक उत्कर्ष के लिए। अभी तक मरा हुआ हर मनुष्य उत्क्रांति के लिए शहीद हुआ है। उत्पत्ति और विनाश के इस चक्र का अंतिम ध्येय क्या है ? हमे लड़ना होगा क्यूंकि मानवजाति का ध्येय केवल अपना अस्तित्व बचाए रखना नहीं था।

मनन के लिए बीज प्रश्न :

खरब-वार्षिक नज़रिया आपके लिए क्या मायने रखता है ?
क्या आप अपना एक निजी अनुभव हमारे साथ बाँट सकते हैं जब आपको मानवजाति के लिए एक भव्य परिकल्पना का अनुभव हुआ था ?
मानवजाति का ध्येय केवल अपना अस्तित्व बनाये रखना नहीं है - ये याद रखने में आप को क्या मदद करता है ?

रीवा एक उद्यमी और एक उद्यम-निधि की संस्थापक हैं, वे संज्ञानात्मक मनोविज्ञान को समझने ने का शौख रखती हैं। यह लेख निम्नलिखित पते से उद्धृत है।
https://hackernoon.com/the-grandest-vision-for-humanity-7e54eb3a4369

 

by Riva Melissa Taz, excerpted from here. Riva is an entrepreneur and founder of a venture fund and an enthusiast of life psychology.


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