My Work is Loving the World

Author
Mary Oliver
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Image of the Weekमेरा काम दुनिया से प्यार करना है
-- मेरी ओलिवर (१७ अगस्त, २०१६)

मेरा काम दुनिया से प्यार करना है।
यहां सूरजमुखी, वहाँ मर्मर पक्षी -
मिठास के एक से चाहने वाले।
यहाँ तेज़ी से बढ़ती खमीर; वहाँ नीले आलूबुखारे।
यहाँ रंग-बिरंगी रेत की गहराई पड़े घोंघे।

क्या मेरे जूते पुराने हैं? क्या मेरा कोट फटा है?
क्या मैं अब जवान नहीं हूँ और अभी तक आधा भी परिपूर्ण नहीं हुआ? मुझे उस
चीज़ पर ध्यान लगाए रहने दो जो मायने रखती है,
जो मेरा काम है,

जो ज़्यादातर निःशब्द खड़े रहना है और चकित होना सीखना है।
वो फीबी, वो डेलफिनियम।
वो चरागाह में भेड़ें, और वो चरागाह।
जो आमतौर पर आनन्द ले रहे है, क्योंकि उसकी सारी सामग्री यहां मौज़ूद है,

जो कृतज्ञता है, एक दिल और दिमाग दिए जाने जाने के लिए,
और ये शरीररूपी लिबाज़,
एक मुँह खुशी से चीखें मारने के लिए
उस मुंह और उस रेन चिड़िया के लिए, उस उनींदे खोद कर निकाले गए घोंघे के लिए,
उन सब को यह बताते हुए, बार-बार, कि कैसे
हम हमेशा जीवित रहते हैं।

विचार के लिए कुछ मूल प्रश्न: आप इस बात से क्या समझते हैं कि हमारा काम इस दुनिया से प्यार करना है? क्या आप कोई व्यक्तिगत अनुभव बाँट सकते हैं जब आपने ऐसा महसूस किया हो कि जो चीज़ सबसे ज़्यादा अहमियत रखती है वो है निशब्द हो जाना और हैरान होना सीखना? कृतज्ञता बढ़ाने में आपको कौनसी साधना मदद करती है?

यह मेरी ओलिवर के संग्रह “प्यास” (थर्स्ट), की पहली कविता है जिसका शीर्षक, "दूत” (मैसेन्जर) है।

 

This is the first poem in Mary Oliver's collection Thirst, titled, "The Messenger."


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