Relationships Make You Conscious, Not Happy

Author
Eckhart Tolle
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Image of the Weekरिश्ते आपको खुश करने की बजाए जागरूक बनाने के लिए होते हैं।
-- एक्हार्ट टोले (१८ अप्रैल, २०१६)

तथ्यों को समझने और स्वीकार करने से, उनसे कुछ हद तक आज़ादी भी मिलती है। उदाहरण के लिए, जब आप जानते हैं कि यहां असामंजस्य है और आप उस “जानने” को ध्यान में रखते हैं, तो आपके इस जानने से एक नया पहलू निकल कर आता है, और वह असामंजस्य बिना बदले नहीं रह सकता। जब आप जानते हैं कि आपका मन शांत नहीं है, आपका यह जानना एक स्थिर जगह का निर्माण करता है जो आपकी अशांति को प्यार और संवेदनशीलता के आलिंगन में घेर लेता है और फ़िर आपकी अशांति को शांति में बदल देता है। जहां तक ​​आंतरिक परिवर्तन का सवाल है, आप उसके बारे में कुछ नहीं कर सकते। आप अपने आपको नहीं बदल सकते हैं, और आप निश्चित रूप से अपने साथी या किसी और को नहीं बदल सकते हैं। आप सिर्फ बदलाव को लाने के लिए सिर्फ एक जगह बना सकते हैं, ताकि ईष्वर की कृपा और प्रेम उसमें प्रवेश कर सकें।

इसलिए जब भी आपका रिश्ता ठीक नहीं चल रहा हो, जबभी वो आपमें और आपके साथी में "पागलपन" ले आए, तो खुश होओ। जो अब तक बेसुध था, उसे सामने लाया जा रहा है। यह मुक्ति पाने का एक मौका है। हर पल, उस पल का जानने को ध्यान में रखो, विशेष रूप से अपनी आंतरिक स्थिति की जानकारी को। अगर वहां क्रोध है, तो जानो कि वहां क्रोध है। अगर वहां ईर्ष्या, अपना बचाव करने, बहस करने, खुद के सही होने की इच्छा, एक आंतरिक बच्चे का प्रेम और ध्यान की मांग करना, या किसी भी प्रकार का भावनात्मक दुःख है - जो कुछ भी है, उस पल की वास्तविकता को जानो और उस जानने को ध्यान में रखो। फिर वह रिश्ता आपकी साधना बन जाता है, आपका आध्यात्मिक अभ्यास। अगर आप अपने साथी में बेसुधपन का व्यवहार देखें, तो अपनी इस जानकारी को प्यार से पकड़ कर रखें, ताकि आपमें कोई प्रतिक्रिया न हो। बेसुधपन और यह जानकारी बहुत समय तक एक साथ नहीं रह सकते - चाहे वह जानकारी दूसरे व्यक्ति में ही है और उस व्यक्ति में नहीं जो बेसुधपन से व्यवहार कर रहा है। विरोध और हमला करने के पीछे जिस प्रकार की शक्ति होती है, उसे प्यार की मौजूदगी बिलकुल असहनीय लगती है। अगर आप अपने साथी के बेसुधपने का विरोध करते हैं, तो आप खुद भी बेसुध हो जाते हैं। लेकिन तब अगर आप अपनी प्रतिक्रिया की जानकारी को याद कर लेते हैं, तो आपने अब भी कुछ नहीं खोया।

मानवता अपने आप को विकसित करने के लिए गहन दबाव में है क्योंकि यह हमारी जाति के जीवित रहने का एक ही मौका
है। यह आपके जीवन के हर पहलू पर असर डालेगा और विशेष रूप से करीबी रिश्तों पर। इससे पहले कभी रिश्ते इतने समस्याओं और संघर्षों से ग्रस्त नहीं रहे हैं जितने वो अब हैं। जैसाकि आपने शायद देखा होगा, वो यहां आपको खुश और संतुष्ट रखने के लिए नहीं हैं। अगर आप एक रिश्ते के माध्यम से मोक्ष के लक्ष्य का पीछा करना जारी रखते हैं, तो आपका भ्रम बार-बार टूटेगा। लेकिन अगर आप यह स्वीकार कर लेते हैं कि यह रिश्ता यहाँ आप को खुश करने की बजाय आपको सचेत करने के लिए है, तो वो रिश्ता आपको मुक्ति प्रदान करेगा, और आप खुद को उच्च चेतना के साथ जोड़ लेंगे, जो इस दुनिया में जन्म लेना चाहती है।

विचार के लिए कुछ मूल प्रश्न: आप इस बात से क्या समझते हैं कि हमारे जीवन में रिश्ते हमें सचेत बनाने के लिए हैं? क्या आप अपना कोई व्यक्तिगत अनुभव बांटना चाहेंगे जहां बेसुधी के व्यवहार को बिना किसी प्रतिक्रिया के, आप अपनी जानकारी के प्यारभरे आलिंगन में रख पाए हों? कौनसी साधना आपको अपनी प्रतिक्रियों को याद रखने और सचेतता के विकास में मदद करती है?

एक्हार्ट टोले की पुस्तक “द पावर ऑफ़ नाओ” से उद्धृत।
 

Excerpted from The Power of Now by Eckhart Tolle.


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