Every Seed Carries a Secret

Author
Angela Fischer
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Image of the Weekहर बीज में एक रहस्य होता है
-- एंजेला फिशर (२ नवंबर, २०१५)

हर बीज में एक रहस्य होता है।

हम इस रहस्य को कभी पूरी तरह नहीं समझ पाएंगे, क्योंकि यह सृष्टि के रहस्य के अंतर्गत आता है। लेकिन हम फिरसे वो सीख सकते हैं जो हमसे पहले बहुत सी पीढ़ियों ने सीखा, यानि उन रहस्यों के साथ जीना, उन्हें भेंट की तरह इस्तेमाल करना, और उनका इस दुनिया में जीवन के स्त्रोत्र की तरह आदर करना। एक ​रहस्य के साथ जीना सीखने के लिए पहला कदम है, सुनना।

मैं जब एक छोटी सी बच्ची थी, मेरी माँ ने मुझे सेम का एक बीज दिया। उन्होंने मुझे सिखाया कि कैसे उसे काली मिटटी से भरे एक गमले में बोया जाए और कैसे उसे गर्म और नम रखा जाए। और फिर मुझे इंतजार करना पड़ा।

एक छोटे बच्चे के लिए इसमें बहुत समय लगा। हर सुबह मैं अपने बीज को देखने जाती, जो कि मिटटी के अंधकार में छिपा था, और क्योंकि मुझे कुछ दिखाई नहीं देता था, तो मुझे याद है कि उसकी बजाए मैंने कुछ सुनने की कोशिश की। ये उसी समय की बात है जब मेरी माँ गर्भवती थीं, और मैं अपना कान उनके पेट पर लगाकर उस बच्चे से बात करने की कोशिश करती थी, जिसे मैं देख या छू नहीं सकती थी। तो मैंने उस अदृश्य बीज के साथ भी वही किया: मैं अपने कान मिटटी के पास लगाती और सुनती। मुझे याद नहीं कि मैंने कभी भी कुछ सुना, लेकिन मुझे सुनने की कोशिश याद है। ये एक घनिष्ट बातचीत की तरह था, जबकि वो चुप था और किसी और ने उसे नहीं सुना था।

बीज सृजन के गहरे रहस्य का एक प्रतीक है, और साथ ही स्वयं रहस्य ही है। हजारों वर्षों से किसानों को इन रहस्यों को सुनने का ज्ञान है, और इसलिए उन्होंने इन्हें बोने और काटने के तरीके ढूँढ लिए, बीजों को कैसे जीवित रखना है, कैसे ज़मीन, मिटटी और मौसम के हालत को देखते हुए, और यह समझते हुए कि वे कैसे हमें हमारे अतीत और भविष्य से और हमारे पूर्वजों और आने वाली पीढ़ियों से जोड़ते हैं, उन्हें सबसे अच्छी परिस्थितियां देनी हैं। ऐसे हम वापस पृथ्वी के साथ संबंध के बारे में एक प्राचीन उत्कृष्ट ज्ञान की ओर चले जाते हैं, प्रकाश का अंधेरे से उत्पन्न होने का ज्ञान, और जीवन के चक्करों से हमारी आत्मीयता।

हर बीज में एक प्रकाश सम्मिलित है। लालच और जीवन की पवित्रता से वियोग के कारण, यह प्रकाश संकट में है। आनुवंशिक रूप से संशोधित (जेनेटिकली मोडिफाइड) बीज बेकार हो जाते हैं। अगर एक बीज से उसकी प्रजनन क्षमता को निकाल दिया जाता है, उसके प्रकाश को उससे से दूर कर दिया जाता है; तो वो हमसे दूर हो जाता है। जो दिव्य प्रकाश हर बीज में विद्यमान है, वो उसकी प्रजनन शक्ति, उसके बढ़ने की सम्भावना और एक नए जीवन का स्त्रोत्र बनने के माध्यम से प्रकट होता है। जब वह प्रकाश उस बीज से हट जाता है, तो वो सम्पूर्ण सृष्टि से हट जाता है, और हमारी आत्मा संतप्त होने लगती है।

जैसे हर बीज एक बाहरी वास्तविकता के साथ ही एक आंतरिक वास्तविकता को ग्रहण करता है, हमें भी बाहरी और आंतरिक तरीकों से ध्यान देने की ज़रूरत है। हमें बाहरी कामों के माध्यम से बीजों की शुद्धता, विविधता, और स्वतंत्रता की रक्षा करने की जरूरत है, लेकिन हमें भीतर से जीवन की पवित्रता की रक्षा करने की भी जरूरत है। भीतरी तरीका है पवित्रता के आभास को अपने हृदयों में संजोए रखना, उसे याद रखना और सृजन के कोमल रहस्यों का सम्मान करना - और उन्हें गहराई से सुनना। जो प्रकाश जैविक बीज के हृदय में समाहित है वही हमारे हृदय में भी मौजूद है, वो प्यार का बीज है।

विचार के लिए कुछ मूल प्रश्न: बाहरी और आंतरिक तरीकों से ध्यान रखने से आप क्या समझते हैं? क्या आप अपना कोई व्यक्तिगत अनुभव बाँटना चाहेंगे जब आपको जीवन की पवित्रता को आंतरिक तौर से बचाने की ज़रूरत महसूस हुई हो? ऐसी कौनसी साधना है जो आपको हर बीज के पीछे छिपे रहस्य के बारे में अवगत कराती है?

1955 में जन्मी, एंजेला फिशर एक सूफी, फैमिनिन आध्यात्मिकता की बहुत सी पुस्तकों की लेखिका है, और उन्होंने बीस वर्ष की उम्र से ध्यान पर बहुत से सेमिनार और रिट्रीट दिए हैं। ऊपरी अंश उनकी पुस्तक “सेक्रेड सीड” (“'पवित्र बीज”) से है।
 

Born in 1955, Angela Fischer is a Sufi, author of several books on feminine spirituality and the oneness of life, and has seminars and meditation retreats since her twenties.  Excerpt above is from the book 'Sacred Seed'.


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