A Circle of Trust

Author
Parker Palmer
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Image of the Weekविश्वास का दायरा
- पार्कर पामर ( १३ अप्रैल, २०१५)

एक जंगली जानवर की तरह, आत्मा भी दृढ, लचीली, चतुर, समझदार और आत्मनिर्भर है: उसे मालूम है कि मुश्किल जगहों पर कैसे रहना है। मैंने डिप्रेशन से जूझते समय इन गुणों के बारे में जाना। उस जानलेवा अँधेरे में जिन क्षमताओं का मुझे हमेशा आसरा था, वो छिन्न-भिन्न हो गईं। मेरी बुद्धि बेकार थी; मेरी भावनाओं मर चुकी थीं; मेरी इच्छा-शक्ति कमज़ोर थी; मेरा अहंकार बिखर गया था। लेकिन समय-समय पर, मेरे भीतरी जंगल की झाड़ियों की गहराईयों में, मुझे एक ऎसी मौजूदगी का अहसास होता था जिसे यह मालूम था कि कैसे जीना है जबकि मेरा बाकी सब मर जाना चाहता था। वह मौजूदगी मेरी दृढ और अटल आत्मा थी।

अपनी दृढ़ता के बावजूद, आत्मा संकोची भी है। बस एक जंगली जानवर की तरह, यह घने जंगल की झाड़ियों में अपने लिए सुरक्षा खोजती है, खासकर जब और लोग आस-पास होते हैं। अगर हम एक जंगली जानवर को देखना चाहते हों, तो हमें पता है कि हम जंगल में उसे चिल्ला-चिल्लाकर बाहर निकलने के लिए नहीं कहेंगे। बल्कि अगर हम जंगल में आहिस्ता से चलें, एक पेड़ के तले धैर्यपूर्वक बैठ जाएं, धरती के साथ-साथ सांस लें, और अपने आस-पास के वातावरण में समा जाएं, तो जिस जंगली जानवर को हम खोज रहे हैं वो शायद खुद ही सामने आ जाए। हम शायद उसे क्षण-भर को ही देख पाएं और शायद सिर्फ अपने आँख के कोने से ही - लेकिन वह दृश्य एक ऐसा अनुभव होगा जिसे हम हमेशा याद रखेंगे।

दुर्भाग्य से, हमारी संस्कृति में समुदाय ज़्यादातर लोगों का वो झुण्ड माना जाता है जो एक साथ जंगल के बीचों-बीच पहुँच जाता है, और आत्मा को डरा के भगा देता है। सभाओं से लेकर कक्षाओं तक, हम उपदेश देते हैं और पढाते हैं, दावे और बहस करते हैं, मांगें और घोषणाऐं करते हैं, धिक्कारते हैं और सलाहें देते हैं ,और आमतौर पर इस तरीके से बर्ताव करते हैं जो सब असल और जंगली चीज़ों को छुप जाने पर मज़बूर कर देता है। इन शर्तों के तहत, बुद्धि, भावनाऐं, संकल्प और अहंकार उभर सकता है, लेकिन आत्मा नहीं: हम सम्मानित रिश्तों, सद्भावना, और आशा जैसी सभी भावपूर्ण चीज़ों को डरा भगाते हैं।

विश्वास का दायरा ऐसे लोगों का एक समूह है जो उस “जंगल” में एक-दूसरे के साथ चुप-चाप बैठकर उस संकोची आत्मा के दिखने का इंतज़ार कर सकता है.… ऐसी जगह में, हम अपने आप की सच्चाई को सुनने, हमें जो सुख देता हो उसे छू पाने के लिए आज़ाद हो जाते हैं, अपनी गुण-दोषों को ठीक से देख पाते हैं, और बदलाव के लिए जोखिम भरे कदम उठाने के लिए तैयार हो जाते हैं - यह जानते हुए कि इसका परिणाम भले ही कुछ भी हो, हमें फिर भी स्वीकार किया जाएगा।

प्रतिबिंब के लिए मूल प्रश्न: आप "विश्वास के दायरे" से क्या समझते हैं? क्या आप विश्वास के दायरे में होने का कोई व्यक्तिगत अनुभव बांटना चाहेंगे? आपकी संकोची आत्मा को उभरने में किन चीज़ों से मदद मिलती है?

पार्कर जे. पामर, एक विश्व प्रसिद्ध लेखक, वक्ता और कार्यकर्ता हैं, जिनका कार्य शिक्षा, समुदाय, नेतृत्व, आध्यात्मिकता और सामाजिक परिवर्तन के मुद्दों पर केंद्रित है। वो अपनी नौ पुस्तकों, जैसे लैट योर लाइफ स्पीक (अपनी ज़िंदगी को बोलने दो), द करेज टू टीच ( पढ़ाने का साहस), इ हिडन होलनेस (छुपी हुई सम्पूर्णता), और हीलिंग द हार्ट ऑफ़ डेमोक्रेसी (लोकतंत्र को अंदर से स्वस्थ बनाना), के माध्यम से विश्व में लाखों लोगों तक पहुंच पाए हैं। यह अद्धरण उनकी पुस्तक ‘ए हिडन होलेनेस: द जर्नी टुवर्ड एन अनडिवाइडिड लाइफ’ (‘ छुपी हुई सम्पूर्णत: अविभाजित जीवन की ओर यात्रा) से लिया गया है।










 

Parker J. Palmer, is a world-renowned writer, speaker and activist who focuses on issues in education, community, leadership, spirituality and social change. He has reached millions worldwide through his nine books, including Let Your Life Speak, The Courage to Teach, A Hidden Wholeness, and Healing the Heart of Democracy. Above is an excerpt from his book titled A Hidden Wholeness: The Journey Toward an Undivided Life


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