Force of Kindness

Author
Sharon Shalzberg
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Image of the Weekदयालुता का बल

- शेरोन शाल्ज़बर्ग

हम में से कई लोग एक आधारभूत अर्थ की खोज में हैं, ऐसा कुछ जिसमें हमारा विश्वास बना रहे चाहे कुछ भी हो जाए , एक ऐसा चालक बल जो हमारे जीवन के बिखरे हुए हिस्सों को जोड़ कर एक प्रकार का पूर्ण बनाए । जीवन में थोड़ी सी ज्यादा अनपेक्षित घटनाओ के कारन हम असहायता का अनुभव करते हैं, किसी परिस्तिथि पर हमारा नियंत्रण न होने पर और अगले क्षण क्या होगा ये न जानने पर हम रक्षाहीनता का अनुभव करते हैं, एक परेशान परिवार के सदस्य या मित्र से सकरात्मक असर न मिलने पर हमें नहीं पता होता के अब हम कहाँ जाएँ । इन में से किसी एक और ऐसी बहुतसारी परिस्तिथियों में हम बंद हो जाते हैं । तब जम हमारी दिनचर्या सिर्फ पूरी करते हैं बिना किसी उत्साह या भाव के ।

हम में से कई अपने आप को टुकड़ों में बंटा हुआ पाते हैं, शायद परिवार में आत्मविश्वास से भरे हुए होते हैं और अपने आप को अभिव्यक्त भी करते हैं पर कार्यालय में हम एक अलग ही व्यक्ति होते हैं, बहुधा दुविधा में और अनिश्चित । शायद हम दूसरों के साथ होने पर जोखिम उठाते हैं पर अकेले हिम्मत नहीं होती या फिर अकेलापन हमें आरामदायक लगता है और दूसरों की उपस्तिथि में दर्दनाक शर्म आती है सिकुड़न का अनुभव होता है। या हम परिस्तिथियों के साथ बहते रहते हैं ये न जानते हुए की वह क्या है जो हमें दूसरों से ज्यादा महत्वपूर्ण है बस सोचते हुए के ऐसा कुछ है जरूर ।

उस अर्थ के रूप में दयालुता का अन्वेषण हमें यह जानने के लिए बाध्य करेगा के क्या हम शक्तिशाली होते हुए भी दयावान हो सकते हैं, चतुर होते हुए भी दयावान हो सकते हैं, क्या हम अपने आप के प्रति गंभीरतापूर्वक दयालु होते हुए अपने आस-पास के लोगों के प्रति दयावान हो सकते हैं । हमें दयालुता में शक्ति को पाना होगा, विश्वास को पाना होगा, मुक्ति को पाना होगा, एक ऐसी दयालुता जो आस्था प्रणालियों, किसी के प्रति निष्ठा, विचारधाराओं, गिरोहों और जनजातियों के पर हो। दयालुता का लक्षण हमारे जीवन में मुलभुत परिवर्तन लाने की क्षमता रखता है ।

दयालुता वह ईंधन है जो हमें प्रेम के बारे में हमारी वाणी और व्यवहार में एकता लाने की शक्ति देता है, एक ऐसा गुण जिसके बारे में बात करना बहुत आसान है पर जीवन में उतारना उतना ही मुश्किल । दयालुता से हम सही मायनो में अपने और दूसरों का ध्यान रखते हैं। दयालुता अपनी स्व-चेतना को पिघलाती हुई उदारता, प्राकृतिक समावेश और सच्ची ईमानदारी का आधार है। जब हम दयालुता के विकास के लिए समर्पित हैं, तब वह हमारी स्वाभाविक प्रतिक्रिया हो जाती है, तब करुणा से व्यवहार करना अपने आप को लेक्चर देने का प्रश्न नहीं रह जाता : " मेरी इच्छा तो नहीं है, पर फिर भी में मदद करती हूँ नहीं तो लोग क्या सोचेंगे ?" जब हम दयालुता के विकास के लिए समर्पित हैं, हम अपने आपको एक साँचे में नहीं ढाल रहे बल्कि वह ह्रदय की गति बन जाती है इतनी गहरी और इतनी सूक्ष्म जैसे समुद्र-तल के करीब पानी का बहना, छुपा हुआ पर सतह पर होती हर चीज़ को असर करता हुआ. यह दयालुता \ करुणा का बल है ।

लेखिका का संक्षेप में परिचय -

शेरोन शाल्ज़बर्ग एक ध्यान-शिक्षक और लेखिका हैं । वे बार्रे ( barre ) , मेसाचुसेट्स ( massachusetts ) में INSIGHT MEDITATION SOCIETY [ IMS ] के सह-संस्थापक हैं । उन्होंने एशियाई ध्यान प्रथाओं के पश्चिम में प्रचार प्रसार के लिए महत्वपूर्ण काम किया है । सजगता और प्रेमपूर्ण करुणा उनके काम का आधार हैं ।

विचार के लिए कुछ मूल-प्रश्न -
'
दयालुता ह्रदय की गति बन जाती है इतनी गहरी और इतनी सूक्ष्म ' - से आप क्या समझते हैं ? क्या आप एक ऐसे समय का एक निजी अनुभाव हमारे साथ बाँट सकते हैं जब आपको इस गहरी और सूक्ष्म गति का अनुभव हुआ हो ? किस प्रकार का अभ्यास आपको करुणा \ दयालुता के विकास में सहायता करता है ?
 

Sharon Salzberg is a meditation teacher and author. She is the cofounder of the Insight Meditation Society (IMS) in Barre, Massachusetts, and has played a crucial role in bringing Asian meditation practices to the West. The practices of mindfulness and lovingkindness are the foundations of her work.


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